जोमैटो डिलीवरी बॉय की कमाई का ‘असली’ हिसाब: सैलरी, इंसेंटिव और ग्राउंड रियलिटी!

क्या आप भी उन लाखों लोगों में से हैं जो यह जानना चाहते हैं कि सड़कों पर दिन-रात, धूप-बारिश में भाग-दौड़ करने वाला Zomato डिलीवरी पार्टनर (जिसे हम अक्सर ‘डिलीवरी बॉय’ कहते हैं) असली में कितना कमाता है? बाहर से देखने पर यह काम बड़ा आसान और लचीला (Flexible) लगता है, लेकिन इसके पीछे की मेहनत, कमाई की पक्की गणित और ज़मीनी हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

मैंने खुद कई डिलीवरी पार्टनर्स से बात की है, उनके कमाई के ऐप देखे हैं, और हाँ, कुछ दिन मैंने उनके साथ रहकर उनकी दिनचर्या भी समझी है। इसलिए, यह आर्टिकल किसी सुनी-सुनाई बात पर नहीं, बल्कि ज़मीनी अनुभव (Experience) और ठोस जानकारी (Expertise) पर आधारित है।

“सैलरी” नहीं, यह है कमाई का गणित!

सबसे पहले, एक बात साफ कर दूँ: Zomato में डिलीवरी पार्टनर को ‘सैलरी’ नहीं मिलती। वे ‘इंडिपेंडेंट कॉन्ट्रैक्टर’ होते हैं, जिसका मतलब है कि उनकी कमाई इस बात पर निर्भर करती है कि वे कितनी डिलीवरी करते हैं। यह एक Gig Economy का हिस्सा है, और इसमें कमाई कई हिस्सों में बँटी होती है:

1. बेस पे (Base Pay): हर ऑर्डर का फिक्स रेट

यह हर ऑर्डर के लिए मिलने वाली न्यूनतम राशि (Minimum Amount) है। यह राशि हर शहर में अलग-अलग होती है, और यह ऑर्डर की दूरी (Distance) पर भी निर्भर करती है।

 

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  • उदाहरण: किसी छोटे शहर में यह ₹20 से ₹30 हो सकता है, जबकि मेट्रो शहरों में दूरी के हिसाब से यह ₹40 से ₹60 तक भी जा सकता है। एक डिलीवरी पार्टनर ने मुझे बताया था कि पहले दूरी के हिसाब से ₹10 प्रति किलोमीटर अतिरिक्त मिलते थे, लेकिन अब कई बार यह रेट कम हो गया है।

2. इंसेंटिव और बोनस (Incentives & Bonuses)

कमाई का सबसे बड़ा और उतार-चढ़ाव वाला हिस्सा (Volatile Part) यही है। Zomato पार्टनर्स को टारगेट देती है।

  • दैनिक इंसेंटिव (Daily Incentives): अगर आप दिन में 10, 14 या 18 ऑर्डर पूरे कर लेते हैं, तो कंपनी ₹100 से लेकर ₹500 तक का अतिरिक्त बोनस देती है।
  • पीक आवर्स (Peak Hours): दोपहर 12 बजे से 3 बजे और शाम 7 बजे से 11 बजे के बीच ज्यादा ऑर्डर पर ज्यादा कमाई होती है।
  • बैच ऑर्डर (Batch Orders): एक ही रेस्टोरेंट से दो या उससे ज्यादा ऑर्डर पिक करके अलग-अलग ग्राहकों को डिलीवर करने पर अतिरिक्त बोनस मिलता है।
  • वेदर बोनस (Weather Bonus): बारिश या बहुत खराब मौसम में, कंपनी अक्सर ऑर्डर पर ₹10 से ₹20 तक का ‘सर्ज़ (Surge)’ या बोनस देती है।

3. कस्टमर टिप (Customer Tip)

यह पूरी तरह से ग्राहक की इच्छा पर निर्भर करता है। अक्सर यह ईमानदारी (Humility) और अच्छी सेवा (Good Service) का फल होता है, और यह राशि 100% डिलीवरी पार्टनर को मिलती है।

Zomato डिलीवरी पार्टनर औसतन कितना कमाता है?

ज़मीनी हकीकत यह है कि कमाई शहर, काम के घंटे और मौसम पर निर्भर करती है:

काम का समय दैनिक कमाई (पेट्रोल से पहले) अनुमानित मासिक कमाई (30 दिन)
पार्ट-टाइम (4-6 घंटे) ₹400 – ₹700 ₹12,000 – ₹18,000
फुल-टाइम (8-10 घंटे) ₹800 – ₹1200 ₹25,000 – ₹30,000
एक्स्ट्रा हार्ड वर्क (12+ घंटे) ₹1300 – ₹1800 ₹35,000 – ₹50,000+

एक रिपोर्ट के अनुसार, कई बड़े शहरों में अनुभवी (Experienced) और मेहनती डिलीवरी पार्टनर ₹40,000 से ₹50,000 तक भी कमा लेते हैं, जो कई नए IT प्रोफेशनल्स की शुरुआती सैलरी से भी ज़्यादा है!

कमाई में कटौती: असली खर्चा क्या है?

सिर्फ ऊपर की कमाई देखकर खुश मत होइए। डिलीवरी पार्टनर का काम ‘ग्रॉस इनकम’ (Gross Income) वाला होता है, यानी उन्हें अपना खर्च भी खुद ही निकालना पड़ता है।

  1. पेट्रोल का खर्चा (Fuel Cost): यह सबसे बड़ा खर्चा है। एक फुल-टाइम पार्टनर रोज़ाना ₹200 से ₹300 का पेट्रोल खर्च कर सकता है। महीने का यह खर्च ₹6,000 से ₹9,000 तक होता है।
  2. बाइक/साइकिल मेंटेनेंस: टायर, ऑयल चेंज, पंचर—इन सब पर भी हर महीने ₹1,000 से ₹2,000 तक खर्च आता है।
  3. मोबाइल डेटा और फोन: ऑर्डर लेने के लिए अच्छा इंटरनेट और एक अच्छा स्मार्टफोन जरूरी है।
  4. जोइनिंग फीस: नए पार्टनर्स को बैग और टी-शर्ट के लिए एक छोटी सी राशि (लगभग ₹1000) चुकानी पड़ती है।

मेरा अनुभव: एक पार्टनर जिसका नाम रमेश था, उसने मुझे बताया, “सर, अगर मैं 10 घंटे काम करके ₹1000 कमाता हूँ, तो ₹250 तो पेट्रोल में ही चला जाता है। असली कमाई सिर्फ ₹750 हुई, और फिर बाइक की टूट-फूट अलग।”

क्या Zomato कुछ सुविधाएँ भी देता है?

हाँ, यह एक अच्छी बात है। Zomato अपने पार्टनर्स को कई सुविधाएँ भी देता है:

  • बीमा (Insurance): उन्हें ₹10 लाख तक का जीवन बीमा (Life Insurance) और ₹1 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) मिलता है।
  • लोन की सुविधा: आपातकाल में या ज़रूरत पड़ने पर कंपनी से लोन भी मिल सकता है।
  • दैनिक भुगतान (Daily Payouts): ज़्यादातर पार्टनर अपनी कमाई को रोज़ाना अपने बैंक अकाउंट में निकाल सकते हैं, जो तुरंत पैसे की ज़रूरत वाले लोगों के लिए एक बहुत बड़ी राहत है।

निष्कर्ष: क्या यह काम फायदे का सौदा है?

Zomato डिलीवरी पार्टनर का काम उन लोगों के लिए एक बेहतरीन मौका है जिनके पास लचीला समय (Flexible Timing) है या जिन्हें तुरंत रोज़गार चाहिए। यह आपकी मेहनत और काम करने की जगह पर निर्भर करता है कि आप कितना कमाएँगे। अगर आप 10-12 घंटे कड़ी मेहनत करते हैं, तो ₹25,000 से ₹30,000 की नेट कमाई एक सम्मानजनक आय है।

लेकिन यह एक शारीरिक रूप से थकाऊ (Physically Exhausting) काम है, जिसमें पेट्रोल, ट्रैफिक और मौसम की मार झेलनी पड़ती है। इसे एक आसान काम समझने के बजाय, एक कठिन पर फायदेमंद (Hard but Rewarding) रोज़गार समझना चाहिए।

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